मां ने किराना लेने भेजा था, बेटा बहू ले आया, पढ़िए Ghaziabad का गजब किस्सा
Ghaziabad LockDown: लॉकडाउन के दौरान कई किस्से सामने आए, लेकिन Ghaziabad के इस शख्स ने तो गजब ही कर दिया। मां ने बेटे को किराना लेने भेजा था, लेकिन जब वो लौटा तो साथ में बहू भी थी। कहानी बड़ी फिल्मी है, जिसमें लॉकडाउन का बड़ा रोल है। कहानी का मुख्य पात्र है 26 साल का गुड्डू, जिसने दो महीने पहले हरिद्वार के एक आर्य समाज मंदिर में दिल्ली की सविता से शादी रचाई थी। तब गुड्डू अपनी दुल्हन को घर नहीं ला पाया था, क्योंकि गवाहों के अभाव में उन्हें मैरिज सर्टिफिकेट नहीं मिला था। इसके बाद गुड्डू अपने घर Ghaziabad लौट आया और लड़की दिल्ली में किराए के मकान में रहने लगी।
Ghaziabad में गुड्डू अपनी मां के साथ रहता है, लेकिन उसने शादी के बारे में मां को कुछ नहीं बताया। लॉकडाउन के दौरान भी गुड्डू ने अपनी पत्नी को घर लाने की कोशिश की, लेकिन सख्ती कारण नाकामयाब रहा। अब दिल्ली में सविता के मकान मालिक ने उसे घर खाली करने को कहा तो गुड्डू के पास कोई दूसरा रास्ता नहीं रहा। उसने किसी तरह सविता को Ghaziabad बुला लिया। जब मां ने किराने का सामान लेने भेजा तो लौटते में सविता को भी घर ले आया। हालांकि यह बात मां को बिल्कुल रास नहीं आई।
मां ने नहीं किया बहू का स्वागत, थाने पहुंचा मामला, ऐसे निकला हल
गुड्डू अचानक पत्नी को लेकर घर पहुंचा तो मां हैरान रह गई। उसे यह बिल्कुल पसंद नहीं आया और बहू को घर में आने तक नहीं दिया। यही नहीं, मां रोते-रोते थाने पहुंच गई। गुहार लगाई कि उसे ऐसी शादी और बहू नहीं चाहिए। शाहिबाबाद थाने में पुलिस अधिकारियों ने पूरा माजरा समझा और सभी पक्षों को समझाने की कोशिश की।
आखिरी में कोई निष्कर्ष नहीं निकलता देख, सविता को फिर से दिल्ली भेजने की व्यवस्था की गई और उसके मकान मालिक से कहा गया कि वह उसे अभी घर में रहने दे। लॉकडाउन खत्म होने के बाद कुछ हल निकाला जाएगा।
Read Source
Ghaziabad LockDown: लॉकडाउन के दौरान कई किस्से सामने आए, लेकिन Ghaziabad के इस शख्स ने तो गजब ही कर दिया। मां ने बेटे को किराना लेने भेजा था, लेकिन जब वो लौटा तो साथ में बहू भी थी। कहानी बड़ी फिल्मी है, जिसमें लॉकडाउन का बड़ा रोल है। कहानी का मुख्य पात्र है 26 साल का गुड्डू, जिसने दो महीने पहले हरिद्वार के एक आर्य समाज मंदिर में दिल्ली की सविता से शादी रचाई थी। तब गुड्डू अपनी दुल्हन को घर नहीं ला पाया था, क्योंकि गवाहों के अभाव में उन्हें मैरिज सर्टिफिकेट नहीं मिला था। इसके बाद गुड्डू अपने घर Ghaziabad लौट आया और लड़की दिल्ली में किराए के मकान में रहने लगी।
Ghaziabad में गुड्डू अपनी मां के साथ रहता है, लेकिन उसने शादी के बारे में मां को कुछ नहीं बताया। लॉकडाउन के दौरान भी गुड्डू ने अपनी पत्नी को घर लाने की कोशिश की, लेकिन सख्ती कारण नाकामयाब रहा। अब दिल्ली में सविता के मकान मालिक ने उसे घर खाली करने को कहा तो गुड्डू के पास कोई दूसरा रास्ता नहीं रहा। उसने किसी तरह सविता को Ghaziabad बुला लिया। जब मां ने किराने का सामान लेने भेजा तो लौटते में सविता को भी घर ले आया। हालांकि यह बात मां को बिल्कुल रास नहीं आई।
मां ने नहीं किया बहू का स्वागत, थाने पहुंचा मामला, ऐसे निकला हल
गुड्डू अचानक पत्नी को लेकर घर पहुंचा तो मां हैरान रह गई। उसे यह बिल्कुल पसंद नहीं आया और बहू को घर में आने तक नहीं दिया। यही नहीं, मां रोते-रोते थाने पहुंच गई। गुहार लगाई कि उसे ऐसी शादी और बहू नहीं चाहिए। शाहिबाबाद थाने में पुलिस अधिकारियों ने पूरा माजरा समझा और सभी पक्षों को समझाने की कोशिश की।
आखिरी में कोई निष्कर्ष नहीं निकलता देख, सविता को फिर से दिल्ली भेजने की व्यवस्था की गई और उसके मकान मालिक से कहा गया कि वह उसे अभी घर में रहने दे। लॉकडाउन खत्म होने के बाद कुछ हल निकाला जाएगा।
Read Source
0 comments: