जमातियों ने खाने की थालियों में मारी लात, कहा- रोटी दाल नहीं, खाने में चाहिए नानवेज.........


जमातियों ने खाने की थालियों में मारी लात, कहा- रोटी दाल नहीं, खाने में चाहिए नानवेज.........

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कानपुर। कोरोना वायरस (COVID-19) महामारी को रोकने लिए देश भर में पिछले एक महीने से लॉकडाउन लगा हुआ है, जो 3 मई तक चलेगा। इस बीच उत्तर प्रदेश के कानपुर से जमातियों की बदसलूकी एक बार फिर सामने आई है। यहां जमातियों ने हैलट के कोविड-19 अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में खाने की थालियों को फेंक दिया। इतना ही नहीं, संक्रमितों को खाना लेकर पहुंचे वार्ड ब्वाय के साथ गाली गलौच करने लगे। जमाती उसे मारने के लिए भी दौड़े, उसने किसी तरह से वहां से भागकर अपनी जान बचाई।



मरीजों वाला खाना नहीं खाएंगे

दरअसल, जमातियों और उनके संपर्क में आने वाले लोगों का कहना है कि रोजाना मरीजों वाला खाना नहीं खांएगे। वार्ड ब्वाय ने फौरन इसकी सूचना अस्पताल प्रशासन को दी जिसके बाद हड़कंप मच गया। हैलट के कोविड-19 अस्पताल के तीसरे फ्लोर में बने आइसोलेशन वार्ड में 20 से 25 जमातियों समेत उनके संपर्क में आए 60 संक्रमित भर्ती हैं। वार्ड ब्वाय दोहपर के वक्त पैक्ड थाली में दाल, चावल रोटी लेकर गया था।


खाना देख भड़के जमाती

मैन्यू के हिसाब से दाल, चावल और रोटी को देख वार्ड में भर्ती जमाती भड़क गए। जमाती और उनके साथी वार्ड ब्वाय से कहने लगें कि यह खाना ले जाओ। वार्ड ब्वाय ने कहा कि अपनी बात अस्पताल प्रशासन के सामने रखो। इस जमातियों ने खाने की थालियों को फर्श पर फेंक दिया। पैक्ड थालियों में लात मार कर पूरा खाना फर्श में फैला दिया। वार्ड ब्वाय ने जब जमातियों की इस करतूत का विरोध किया तो उसे मारने के लिए दौड़ा लिए। जमातियों की इस हरकत के बाद अस्पताल में हड़कंप मच गया।


वेज की जगह नानवेज खाने की मांग कर रहे थे जमाती

कानपुर मेडिकल कॉलेज के कोरोना वार्ड में भर्ती जमाती वेज खाने की जगह नानवेज की डिमांड कर रहे है। खाने में जब उनको वेज दिया जा रहा है तो वह मेडिकल स्टाफ, वार्ड ब्वाय के साथ बदसलूकी कर रहे है। मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल आरती लाल चंदानी जमातियों के इस व्यौहार से काफी दुखी है। उनका कहना है कि जिस तरह से जमाती व्यौहार कर रहे है उससे लगता है कि अब पुलिस का सहारा लेना पड़ेगा।


पुलिस की मौजूदगी में दिया जाएगा खाना

उन्होंने बताया कि कोरोना पॉजिटिव मरीजों के लिए सुबह के वक्त नाश्ता, दो वक्त का खाना मिनरल वाटर और पॉस्टिक फल खाने को दिया जाता है। वहीं जमातियों का कहना है कि हम रोजोना एक जैसा सादा खाना खाकर परेशान हो गए है। रोज मरीजों वाला खाना नहीं खांएगें। हमें कुछ स्पाईसी खाना भी दिया जाए। वहीं, अधीक्षक आर के मौर्या के मुताबिक घटना संज्ञान में आई है। इसकी सूचना स्परूप नगर थाने को दी गई है। रविवार को पुलिस की मौजूदगी में खाना दिया जाएगा।

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